क्या आपको १९ नवम्बर २०१० की ख़ूनी काली शाम ८.३० बजे की कहानी याद है , शयद आप भूल नहीं होगे \ यदि आप भूल गए हो तो मै यद् दिला देता हूँ \ आज से लगभग एक साल पहले १९ नवम्बर २०१० के दिन निषादों एक नेता जिनको शेरे पूर्वांचल तथा धरती पुत्र के नाम से जाना जाता थे ,जो उत्तरप्रदेश के निषादों के लिए उम्मीद की किरण थे वे हमारा साथ छोडकर चले गए / हम बात कर रहे है अमरशहीद स्वर्गीय जमुना निषाद जी की जिन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के लोगो के निये लगा दिया जो उच्च वर्ग के लोगो दयारा बर्दास्त नहीं किया गया और अंत में वे समाज के लिए संघर्ष करते हुए समाज के लिए शहीद हो गए.
समाज के लिए इस तरह का समर्पित व्यक्ति किंचित ही निषाद समाज को मिलते है, स्वर्गीय जमुना निषाद जी के मन में हमेसा समाज को जोड़ने तथा उनको आगे बढ़ते देखने की ललक रहती थी . स्वर्गीय जमुना निषाद जी की पुण्य तिथि शनिवार १९ नवम्बर को मनायी जा रही है आप सभी लोगो को याद दिलाते हुए ये आशा करते है की आपलोग उनके सपनों को साकार करने में सहयोग दे /
हम स्वर्गीय जमुना निषाद जी को सत सत नमन करते है
जय निषाद जय समाज
jamuna ji amar rahe...........
ReplyDeleteve hamare samaj ki mahan vibhuti the.hame khushi hai ki nishad ab jag rahe hai